बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री एक बार फिर चर्चा में हैं, इस बार महंगे कपड़ों को लेकर हुई आलोचना का उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में जवाब दिया है। मशहूर कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इस समय अपनी विदेश यात्रा पर “फिज़ी” में हनुमत कथा कर रहे हैं, जहाँ उनके पहनावे को लेकर विवाद खड़ा हो गया था।

हाल ही में सोशल मीडिया पर उनकी हजारों रुपये की जैकेट और गुच्ची के चश्मे पहने हुए तस्वीरें वायरल हुई थीं, जिसके बाद कई लोगों ने उनके पहनावे पर सवाल उठाए थे।

धीरेंद्र शास्त्री ने दी चुनौती

आलोचना का जवाब देते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने बेहद आक्रामक लहजे का इस्तेमाल किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जैकेट और चश्मा उन्हें उनके अनुयायियों द्वारा भेंट किए गए हैं। इसके बाद उन्होंने अपने आलोचकों को “ठठरी के बरे, नक्कटा, मूसरचंद” जैसे कड़े शब्दों से संबोधित किया।

उन्होंने आगे कहा, “दस रुपये का आदमी नाचने वाला 2 लाख की जैकेट पहन सकता है और महात्मा अगर 60 हजार की पहन ले तो तुम्हारे पेट में दर्द होता है।” धीरेंद्र शास्त्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने सीधे तौर पर आलोचकों को चुनौती देते हुए कहा, “तुम्हें ज्यादा पेट में दर्द है तो हम कल एक लाख 20 हजार की पहनेंगे, तुम डालो फोटो और वीडियो हम नहीं सुधरेंगे।”उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें महंगे ब्रांडों का शौक नहीं है, लेकिन अगर कोई उन्हें कुछ देता है तो वह मना नहीं करते।

धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान जहां उनके भक्तों के बीच उनकी बेबाकी और आत्मविश्वास को दर्शाता है, वहीं उनके आलोचकों को यह और भी तीखा लग सकता है। उनके इस जवाब ने एक नई बहस छेड़ दी है कि क्या एक आध्यात्मिक गुरु को अपने पहनावे को लेकर सामाजिक अपेक्षाओं का पालन करना चाहिए, या उन्हें अपनी इच्छानुसार जीवन जीने की स्वतंत्रता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान पर आगे क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं।