आगरा से समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन को आज फिर से हाउस अरेस्ट कर लिया गया। वह अपने समर्थकों के साथ एटा जिला मुख्यालय पर प्रस्तावित धरने में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनके आवास को घेरकर उन्हें रोक दिया। बार-बार नजरबंद किए जाने से नाराज सांसद सुमन ने पुलिस के नोटिस को फाड़ दिया, जिसके बाद उनके आवास पर सपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया और उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

विस्तृत जानकारी

सपा सांसद रामजीलाल सुमन लगातार पुलिस की कार्रवाई का शिकार हो रहे हैं। आज उन्हें चौथी बार नजरबंद किया गया है। इससे पहले, 2 मई को उन्हें अलीगढ़ में एक दलित परिवार से मिलने जाते समय रोका गया था। फिर 9 मई को उन्हें कासगंज में बघेल समाज के लोगों से मिलने नहीं दिया गया। इसके बाद 26 मई को तीसरी बार उन्हें मथुरा जाने से पुलिस ने नजरबंद कर दिया था। लगातार इस तरह की कार्रवाइयों से सांसद सुमन बेहद गुस्से में हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।

सांसद का कहना है कि उन्हें दलित और पिछड़े वर्गों के लोगों से मिलने और उनकी आवाज उठाने से रोका जा रहा है, जो कि उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन है। आज जब सांसद सुमन एटा में प्रस्तावित धरने में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे, तो सुबह ही पुलिस ने उनके आवास को चारों तरफ से घेर लिया और उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी।

इस कार्रवाई से नाराज होकर सांसद ने पुलिस द्वारा दिए गए नोटिस को फाड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता सांसद सुमन के आवास पर पहुंच गए और पुलिस तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है और यह लोकतंत्र के लिए खतरा है।

इस घटना के बाद सपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। पार्टी की ओर से इस मुद्दे पर आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है।