
जिलाधिकारी ने ‘निपुण चैटबोट ऐप’ का किया शुभारंभ; शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया गया प्रशस्ति पत्र
आगरा: शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर आगरा के सूरसदन में आयोजित ‘शिक्षकोत्सव’ कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 800 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने शिक्षा के तकनीकी उन्नयन के लिए ‘निपुण चैटबोट ऐप’ का भी शुभारंभ किया।
शिक्षा में सकारात्मक माहौल के लिए सम्मान
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि के साथ हुई। इस समारोह में जनपद के लगभग 800 शिक्षकों को उनके सराहनीय प्रयासों के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इन शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बनाने, शैक्षिक गतिविधियों में सक्रिय रहने, आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों का नामांकन बढ़ाने और स्कूल भवनों के रखरखाव में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
शिक्षकों के लिए डिजिटल टूल:
‘निपुण चैटबोट ऐप’जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने ‘निपुण चैटबोट ऐप’ को लॉन्च किया। यह ऐप शिक्षकों को शिक्षण के विभिन्न तकनीकी तरीकों, जैसे एनिमेटेड वीडियो, विभिन्न विषयों की शिक्षण विधियां, शैक्षिक सामग्री, ई-कंटेंट और वीडियो स्क्रिप्ट प्रदान करेगा। इस ऐप का उद्देश्य शिक्षण को और भी सरल और सुलभ बनाना है, ताकि बच्चे बेहतर ढंग से सीख सकें और ‘निपुण’ बन सकें।
शिक्षक समाज और राष्ट्र के निर्माता
जिलाधिकारी ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु को ईश्वर का दर्जा दिया गया है। उन्होंने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षक ही हमें ज्ञान और जीवन का सही मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे आने वाली पीढ़ी को दिशा दें, क्योंकि उन्हीं के हाथों से भविष्य के नौकरशाह, खिलाड़ी, इंजीनियर, वैज्ञानिक और राजनेता तैयार होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि आज के कई सफल लोग सरकारी स्कूलों से ही पढ़े हैं।
वहीं, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रतिभा सिंह ने शिक्षकों की भूमिका को जीवन निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि माता-पिता हमें जीवन देते हैं, लेकिन शिक्षक उस जीवन को सही दिशा देते हैं। वे सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि अनुशासन और अच्छे चरित्र का भी निर्माण करते हैं।इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गोंड, नगर शिक्षा अधिकारी सुमित कुमार, डॉ. इंद्र प्रकाश सोलंकी सहित सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) और बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।