बरसात की समाप्ति के तत्काल बाद गड्ढामुक्ति हेतु चलायें प्रभावी अभियान

शहरी क्षेत्र में जलभराव की समस्या के समाधान को ड्रेनेज व्यवस्था की कार्ययोजना करें तैयार

सभी प्रमुख मन्दिरों के सम्पर्क मार्गों का करें निर्माण

आगरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा में चम्बल, यमुना, उटंगन, पार्वती आदि नदियों पर जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव लेकर दीर्घ व लघु सेतु तथा पाल्टून पुल के प्रस्ताव शीघ्र बनाकर कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम ने सभी सम्बन्धित विभागों के प्रमुख सचिवों व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सभी जनप्रतिनिधियों के आए प्रस्तावों को कार्ययोजना में शामिल करें। नवीन प्रस्ताव यथा सड़क, पुल, फ्लाई ओवर, बाइपास तथा इंटर स्टेट बार्डर कनेक्टिविटी आदि कार्यों को वरीयता के आधार पर कार्ययोजना में शामिल कर समय से स्वीकृति करायें। कार्यों को गुणवत्तायुक्त पूरा कराने के बाद आमजन को लोकार्पित करें, जिससे समाज के अंतिम पायदान तक विकास पहुंच सके।

मुख्यमंत्री योगी ने आयुक्त सभागार में आगरा मण्डल के मंत्रियों, विधायकों एवं विधान परिषद सदस्यों के साथ विकास कार्यों से सम्बन्धित मण्डलीय समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी का सभी जनप्रतिनिधिगणों ने भगवान बाल कृष्ण की मूर्ति भेंटकर स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, नगर विकास विभाग तथा धर्मार्थ कार्य विभागों द्वारा निर्माण कार्यों की प्रगति, कार्ययोजना एवं प्रस्तावित कार्यों के सम्बन्ध में गहनता से समीक्षा की। बैठक में प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग अजय चौहान, प्रमुख सचिव, नगर विकास अमृत अभिजात तथा प्रमुख सचिव, पर्यटन, संस्कृति व धर्मार्थ कार्य द्वारा आगरा मण्डल में प्रस्तावित, स्वीकृत, प्रगतिशील कार्यों तथा जनप्रतिनिधिगणों द्वारा दिए गये प्रस्तावों का प्रजेंटेशन दिया गया।

प्रजेंटेशन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास विकास कार्यों हेतु धन का कोई अभाव नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर उनसे प्रस्ताव लेने व विकास कार्यों हेतु प्राप्त सम्पूर्ण धनराशि का व्यय करने, समय से परियोजना पूर्ण करने के निर्देश दिए।

सभी प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने बैठक में लोक निर्माण की समीक्षा करते हुए मण्डल के सभी जनप्रतिनिधियों के विधानसभावार उनके द्वारा प्रस्तावित कार्यों को कार्ययोजना में शामिल करने के निर्देश दिए तथा इंटर स्टेट बार्डर कनेक्टिविटी, विकास हेतु सभी पड़ोसी राज्यों की सीमाओं पर बेहतर गुणवत्तापूर्ण सम्पर्क मार्ग बनाने, प्रवेश द्वार बनाने हेतु सम्बन्धित जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव लेने, बरसात के बाद युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने हेतु अभी से सर्वे कर तैयारी पूर्ण करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देशित किया कि निर्माण एजेंसी व कॉन्टै्रक्टर द्वारा बनाई गई प्रत्येक सड़क की गारंटी की समय सीमा होती है। गारंटी सीमा के अन्तर्गत यदि सड़क टूटती है, तो जांच कर सम्बन्धित से मरम्मत कार्य कराया जाए। कॉन्ट्रैक्टर द्वारा इसमें लापरवाही करने पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सभी सड़को, राजमार्गों पर चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर प्रभावी कार्य कर उन्हें समाप्त करने को कहा। सघन आबादी व भारी ट्रैफिक वाले क्षेत्रों में फ्लाई ओवर व बाईपास के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। पर्यटन विभाग द्वारा दिए गये प्रजेंटेशन में बताया गया कि मण्डल में पर्यटन विकास हेतु 590 करोड़ रूपये की 160 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए 379 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गई है। 92 परियोजना पूर्ण हैं तथा 68 परियोजनाओं पर कार्य प्रगतिशील है।

इस पर मुख्यमंत्री ने धर्मार्थ कार्य विभाग को मन्दिर में आने वाले दर्शनार्थियों व श्रद्धालुओं की संख्या के आधार पर सभी प्रमुख शहरी व ग्रामीण मन्दिरों के सम्पर्क मार्गों का निर्माण कराने के निर्देश दिए।जल भराव से मुक्ति को ड्रेनेज सिस्टम सुधारने के निर्देश बैठक में मुख्यमंत्री ने नगर विकास विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि शहरी क्षेत्रों में जलभराव एक प्रमुख समस्या है। इस हेतु सभी नगरीय निकाय ड्रेनेज निर्माण की प्रभावी कार्ययोजना बनायें। सिर्फ नाला व नालियां निर्माण ही नहीं बल्कि ड्रेनेज के अन्तिम स्तर पर जल निकासी की उचित व्यवस्था हेतु कार्ययोजना में शामिल करें।

विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बैठक में कहा कि छोटे कारखानों के लिए सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर बिजली के कनेक्शन नहीं दिये जा रहे हैं। इस पर सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में विषय रखकर इस समस्या का समाधान कराएं। बहुत सी सड़कें जिन्हें लोनिवि, नगर निगम और एडीए अपना नहीं मानता। ऐसी 11 सड़कों की सूची विधायक खण्डेलवाल ने सीएम को सौंपी तो उन्होंने नगर विकास विभाग को कहा कि वह तय करें कि किस विभाग की हैं।

बैठक में जनपद प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, लक्ष्मी नारायन चौधरी, बेबीरानी मौर्य, धर्मवीर प्रजापति, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया, महापौर हेमलता दिवाकर, विधायकगण रानी पक्षालिका सिंह, पुरूषोत्तम खण्डेलवाल, डॉ. जीएस धर्मेश, डॉ. धर्मपाल सिंह, चौधरी बाबू लाल, छोटेलाल वर्मा, भगवान सिंह कुशवाह, एमएलसी विजय शिवहरे तथा मथुरा, फिरोजाबाद व मैनपुरी जनपद के जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।