शिक्षा, शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए की गई पहल, दीक्षांत समारोह में AC न चलने से छात्र हुए परेशान

आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का 91वां दीक्षांत समारोह आज खंदारी परिसर स्थित छत्रपति शिवाजी मंडपम में भव्यता के साथ आयोजित किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की। इस अवसर पर इंडियन हैबिटेट सेंटर के निदेशक प्रो. के.जी. सुरेश, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और राज्य मंत्री रजनी तिवारी भी मौजूद थे।

समारोह की शुरुआत में कुलपति प्रो. आशु रानी ने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि इस साल दीक्षांत समारोह को ‘दीक्षोत्सव’ के रूप में मनाया गया है, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। उन्होंने जानकारी दी कि इस समारोह में कुल 82 हजार से ज्यादा डिग्रियां और 144 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय को नैक (NAAC) से A+ ग्रेड मिला है, जो पूरे विश्वविद्यालय परिवार के टीम वर्क का परिणाम है।

नई ऊंचाइयों को छूता विश्वविद्यालय

कुलपति ने विश्वविद्यालय की कई उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस वर्ष समर्थ पोर्टल के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया पूरी की गई है। छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के लिए 15 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय एमओयू (MOU) किए गए हैं। इसके अलावा, केंद्रीय पुस्तकालय में पांडुलिपियों का संरक्षण भी शुरू हो चुका है।उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के छात्रों का इसरो में भी चयन हुआ है, और ‘खेलो इंडिया’ के लिए 13 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। एक लाख से अधिक छात्रों को मोबाइल दिए गए हैं।

मेधावी छात्रों और खिलाड़ियों का सम्मान

दीक्षांत समारोह में कुल 77 मेधावी विद्यार्थियों को 117 पदक दिए गए, जिनमें 100 स्वर्ण और 17 रजत पदक शामिल हैं। छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 76 पदक अपने नाम किए, जबकि छात्रों को 41 पदक मिले। सर्वाधिक 11 पदक एसएन मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्र शिखर सिंह को मिले, जिनमें नौ स्वर्ण और एक रजत पदक शामिल थे।

खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों, जैसे शिवानी दीक्षित, रोहित, प्रिया शर्मा, रोहिणी और अन्य को भी नकद धनराशि देकर सम्मानित किया गया। स्वर्ण पदक विजेताओं को 35,000 रुपये, रजत पदक विजेताओं को 25,000 रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 20,000 रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।

एसी न चलने से बढ़ी परेशानी

दीक्षांत समारोह के दौरान हॉल में एसी न चलने की वजह से छात्रों और विद्वानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वे गर्मी से बचने के लिए लेटर पैड से हवा करते नजर आए।

लोकार्पण और शिलान्यास

समारोह में नई 10 पुस्तकों का विमोचन किया गया और कई नए भवनों का लोकार्पण भी हुआ। इनमें चन्दन एवं योग वाटिका, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत भौतिकी और रसायन विज्ञान विभागों की नई प्रयोगशालाएं, केंद्रीय पुस्तकालय में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सुविधा, और विभिन्न भवनों का नवीनीकरण कार्य शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, पीएम उषा योजना के तहत स्वामी विवेकानंद परिसर में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान के नवीनीकरण कार्य और केंद्रीय उच्च-तकनीकी उपकरण केंद्र ‘कणाद भवन’ का शिलान्यास भी किया गया।