आगरा के प्राचीन कैलाश मंदिर में शिव भक्तों की रिकॉर्ड भीड़, शहर के अन्य मंदिरों में भी उत्साह

आगरा, सावन के तीसरे सोमवार को आगरा का यमुना किनारे स्थित प्राचीन कैलाश महादेव मंदिर शिव भक्तों के जयकारों से गूंज उठा। आज सुबह से ही कांवड़ियों और दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा, जिन्होंने भगवान शिव का जलाभिषेक कर उनसे आशीर्वाद मांगा। मंदिर में पैर रखने की जगह नहीं थी, जो भक्तों की अटूट आस्था को दर्शाता है।

त्रेता युग का है कैलाश मंदिर का इतिहास

कैलाश महादेव मंदिर का इतिहास त्रेता युग से जुड़ा है। ऐसी मान्यता है कि भगवान परशुराम और उनके पिता ने यमुना किनारे कैलाश पर्वत से लाए दो शिवलिंगों की यहां स्थापना की थी। यह दुनिया का एकमात्र महादेव मंदिर है जहां एक ही जलहरि में दो शिवलिंग स्थापित हैं, जो इसे और भी अद्वितीय बनाता है। आज इस विशिष्टता को देखने और पूजा-अर्चना करने के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी थी।

पूरे शहर में गूंजे शिव के जयकारे

कैलाश महादेव मंदिर के अलावा, शहर के अन्य प्रमुख शिव मंदिरों जैसे बल्केश्वर महादेव मंदिर, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, राजेश्वर महादेव मंदिर, रावली महादेव मंदिर, और मनकामेश्वर मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। कॉलोनियों और बस्तियों में स्थित छोटे शिवालयों में भी जलाभिषेक और रुद्राभिषेक का सिलसिला जारी रहा। पूरे शहर में “ऊं नमः शिवाय” और “बम-बम भोले” के जयघोष गूंजते रहे, जिससे वातावरण पूरी तरह शिवमय हो गया।

कैलाश मेले का भी आनंद ले रहे श्रद्धालु

आज सावन के सोमवार के साथ-साथ कैलाश मेले का भी आयोजन किया गया है, जिसके कारण कैलाश महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में और भी वृद्धि देखने को मिली। यमुना किनारे मंदिर तक जाने वाले मार्ग पर विभिन्न सामानों की दुकानें और छोटे-बड़े झूले लगे हुए हैं। सिकंदरा स्मारक के पास एक प्लॉट में बड़े झूले भी लगाए गए हैं, जहां बच्चे और बड़े समान रूप से मेले का आनंद ले रहे हैं।

यातायात किया गया डायवर्ट,

यात्रियों को असुविधा से बचाने का प्रयासश्रद्धालुओं की भारी भीड़ और मेले के कारण आगरा-मथुरा हाईवे पर यातायात को डायवर्ट किया गया है। वाहनों को सिकंदरा की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है और उन्हें गुरुद्वारा गुरु के ताल पर ही रोका जा रहा है। इसी तरह, मथुरा से आने वाले वाहनों को रुनकता से ही अन्य रास्तों से शहर में प्रवेश दिया जा रहा है। बोदला की ओर से सिकंदरा जाने वाले वाहनों को भी सिकंदरा फ्लाईओवर पर रोक दिया जा रहा है, ताकि भीड़ और जाम की स्थिति से बचा जा सके।