
कोलकाता के कुशल कारीगरों ने दी बप्पा की मूर्ति को अनोखी पहचान, गणेश उत्सव की तैयारियां जोरों पर
आगरा में इस साल का गणेश उत्सव खास होने वाला है, क्योंकि शहर में एक 21 फुट की विशाल गणेश मूर्ति स्थापित की जाएगी। यह मूर्ति कोलकाता के कुशल कलाकारों द्वारा बंगाल की खास मिट्टी का उपयोग करके बनाई गई है। नामनेर में स्थित माँ दुर्गा मंदिर के पास मूर्तियों का एक बाजार लगा है, जहाँ विभिन्न आकार और कीमतों की मूर्तियाँ उपलब्ध हैं।
इस 21 फीट की मूर्ति को बल्केश्वर और सदर के नौलखा पंडालों में स्थापित किया जाएगा। इस विशाल मूर्ति की कीमत 1 लाख 70 हजार रुपये है, जो कारीगरों की कड़ी मेहनत और कला का प्रमाण है।
मिट्टी के हुनर से भगवान को गढ़ना:
बिकाश दास की 50 साल की कलामूर्तिकार बिकाश दास, जो पिछले 50 सालों से यह काम कर रहे हैं, बंगाल के मूल निवासी हैं। उनका कहना है कि बंगाल की मिट्टी में एक विशेष आकर्षण होता है, जो मूर्तियों को जीवंत बना देता है। पिछले दो महीनों से वे अपनी टीम के साथ मिलकर गणपति की मूर्तियाँ बना रहे हैं, जिनमें से 21 फीट की मूर्ति सबसे बड़ी है।
हालांकि, बिकाश दास बताते हैं कि आगरा के लोग बड़ी मूर्तियों की बजाय छोटे और मध्यम आकार की मूर्तियों को ज्यादा पसंद करते हैं। यही कारण है कि बाजार में छोटे आकार की मूर्तियों की संख्या अधिक है। इन मूर्तियों की कीमतें 200 रुपये से शुरू होकर 1 लाख 70 हजार रुपये तक जाती हैं, जो उनके आकार और कारीगरी पर निर्भर करती हैं।
गणेश उत्सव 27 अगस्त से शुरू हो रहा है, और लोग अभी से ही अपनी पसंदीदा मूर्तियों की बुकिंग के लिए पहुँच रहे हैं। यह एक ऐसा समय है जब हर तरफ उत्साह और भक्ति का माहौल होता है, और इन कलात्मक मूर्तियों के माध्यम से यह भावना और भी गहरी हो जाती है।