
नए छात्रों को रैगिंग के प्रति किया गया जागरूक, प्राचार्य ने मानसिक स्वास्थ्य पर दिया जोर
आगरा: सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एस.एन.एम.सी.), आगरा में हाल ही में एंटी-रैगिंग डे का सफल आयोजन हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के लिए एक सुरक्षित और रैगिंग-मुक्त शैक्षणिक माहौल बनाना था. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम ने विशेष रूप से एमबीबीएस और नर्सिंग के नए छात्रों को रैगिंग के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक किया.
इस अवसर पर, छात्रों को रैगिंग से जुड़ी समस्याओं को बेहतर ढंग से समझाने के लिए एक छोटी फ़िल्म भी दिखाई गई. फ़िल्म ने यह दर्शाया कि रैगिंग किस तरह से छात्रों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा, “रैगिंग केवल एक सामाजिक बुराई नहीं है, बल्कि यह हमारे छात्रों के भविष्य और मानसिक स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित करती है. हमारा लक्ष्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जहाँ हर छात्र बिना किसी डर के अपनी शिक्षा पूरी कर सके और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सके.
“कार्यक्रम का संचालन एंटी-रैगिंग कमेटी (एआरसी) की सदस्य सचिव डॉ. दिव्या श्रीवास्तव ने किया, जबकि मंच संचालन का दायित्व डॉ. शिवा गुप्ता ने संभाला. इस दौरान, डॉ. एस.के. कठेरिया, डॉ. रेनू अग्रवाल, और डॉ. अंशु गुप्ता ने रैगिंग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला.
इस सफल आयोजन में एंटी-रैगिंग कमेटी के सदस्य डॉ. अंकुर गोयल, डॉ. गीतु और डॉ. शिखा सहित अन्य संकाय सदस्यों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. कार्तिक, डॉ. श्वेता, डॉ. कल्पना, डॉ. विनोद और जूनियर रेज़िडेंट्स का भी सराहनीय सहयोग रहा. यह आयोजन छात्रों के बीच जागरूकता बढ़ाने और कॉलेज को एक सुरक्षित शिक्षण स्थल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ.