
आगरा। आगरा पुलिस कमिश्नरेट में आईआरएडी यानि इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस ऐप के मूलभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सड़क दुर्घटनाओं के डेटा संग्रहण और विश्लेषण के लिए विवेचकों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।कार्यक्रम का संचालन पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट आगरा एवं अपर पुलिस आयुक्त के मार्गदर्शन में तथा पुलिस उपायुक्त (यातायात) के नेतृत्व में किया गया। प्रशिक्षण में नगर, पश्चिमी एवं पूर्वी जोन के विभिन्न थानों में तैनात समस्त विवेचकों ने भाग लिया।क्या है आईआरएडी ऐप आईआरएडी ऐप सड़क दुर्घटनाओं की जानकारी एकत्र करने, उसका विश्लेषण करने और सुधारात्मक कदम उठाने हेतु एक सरकारी पहल है। इसके माध्यम से पुलिसकर्मी दुर्घटना का स्थान, समय, वाहन संख्या, कारण, मौसम की स्थिति, तस्वीरें और वीडियो आदि दर्ज कर सकते हैं। प्रत्येक घटना को एक अद्वितीय आईडी दी जाती है, जिससे आगे की कार्यवाही और विश्लेषण में सहूलियत मिलती है।प्रशिक्षण के दौरान आईआरएडी आगरा के रोल आउट मैनेजर विक्रम तोमर ने ऐप के उपयोग और महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही यातायात पुलिस के टीआई अंशुल राणा, टीआईएसएस कृष्ण कुमार, टीआईएसएस विवेक कुमार एवं आईआरएडी एप एक्सपर्ट गौपाल सिंह ने प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग प्रदान किया।आईआरएडी सेल की स्थापनायातायात पुलिस कमिश्नरेट आगरा में सड़क दुर्घटनाओं की निगरानी और विश्लेषण के लिए रोड सेफ्टी सेल के अंतर्गत आईआरएडी सेल की स्थापना की गई है। यह सेल समस्त थानों में होने वाली दुर्घटनाओं का डेटा पोर्टल पर दर्ज करने और उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने का कार्य करता है।प्रभाव और उद्देश्यआईआरएडी प्रणाली के माध्यम से दुर्घटनाओं की गंभीरता और कारणों का विश्लेषण कर भविष्य में उन्हें रोकने के लिए रणनीति बनाई जा सकेगी। इसके अंतर्गत लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग व अन्य संबंधित एजेंसियों के अधिकारी भी दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग और सुधार में योगदान देंगे।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आगरा में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। आईआरएडी ऐप के प्रभावी उपयोग से दुर्घटनाओं के कारणों को समझने और उन्हें रोकने के लिए ठोस उपाय अपनाए जा सकेंगे।