आज से शुरू हुआ अभियान नौ अगस्त तक चलेगा, बच्चों को रतौंधी और कुपोषण से मिलेगी सुरक्षा

आगरा: जिले में आज से विटामिन-ए संपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है, जिसके तहत नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को यह महत्वपूर्ण खुराक पिलाई जाएगी। एक महीने तक चलने वाला यह अभियान आज (9 जुलाई) से शुरू होकर 9 अगस्त तक सभी स्वास्थ्य इकाइयों और नियमित टीकाकरण सत्रों पर जारी रहेगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों को विटामिन-ए की कमी से होने वाली बीमारियों, जैसे रतौंधी, कुपोषण और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली से बचाना है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि विटामिन-ए बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक अति आवश्यक पोषक तत्व है। इसकी कमी से बच्चों में नेत्र संबंधी समस्याएं और बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। विटामिन-ए की खुराक बच्चों की आंखों को स्वस्थ रखती है और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है, जिससे वे कई बीमारियों से बचे रहते हैं।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. उपेंद्र कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि विटामिन-ए की खुराक बच्चों को कुपोषण, खसरा (मिजल्स), डायरिया और रतौंधी से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह बच्चों के विकास में सहायक है और निमोनिया तथा डायरिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम करती है। उन्होंने बताया कि शरीर में विटामिन-ए की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और बच्चे का शारीरिक विकास भी रुक सकता है, जिससे कमजोरी महसूस होती है।

यह खुराक नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत एमआर टीके की पहली और दूसरी खुराक के साथ दी जाती है। इसके बाद तीसरी से नौवीं खुराक हर छह महीने के अंतराल पर अभियान के दौरान दी जाती है। नौ माह से एक वर्ष तक के बच्चों को आधा चम्मच और एक वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को पूरा चम्मच दवा देना अनिवार्य है।

आगरा जनपद की लगभग 52 लाख की आबादी में से, इस अभियान के दौरान 5.78 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी। सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को यह खुराक दिलाकर उनके बेहतर स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करें। पाँच वर्ष की आयु तक प्रत्येक बच्चे को हर छह माह के अंतराल पर कुल नौ बार विटामिन-ए की खुराक लेना अनिवार्य है।