
अकादमिक सत्र की शुरुआत, छात्रों को मिली करियर और अनुशासन की महत्वपूर्ण जानकारी
आगरा, उत्तर प्रदेश: आगरा कॉलेज में बुधवार, को नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम बी.एस.सी. (आईटी), बीबीए, बीसीए, बायोटेक्नोलॉजी, जर्नलिज्म और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के नए छात्रों के लिए गंगाधर शास्त्री भवन में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को कॉलेज की शैक्षणिक, प्रशासनिक और सह-शैक्षणिक संरचना से परिचित कराना और उन्हें नए अकादमिक सत्र के लिए तैयार करना था।
अधिकारियों ने दी प्रेरणा, शिक्षकों ने समझाया
अनुशासनकार्यक्रम की शुरुआत प्रो. संध्या यादव के स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसके बाद क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी श्री राजेश कुमार ने छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने उच्च शिक्षा के महत्व, नवाचार के अवसरों और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
महाविद्यालय के अनुशासन और नियमों की जानकारी मुख्य प्रॉक्टर प्रो. वी.के. सिंह और प्रो. संध्या यादव ने दी। उन्होंने छात्रों को आचार संहिता और नियामक प्रक्रियाओं से अवगत कराया, जिससे वे कॉलेज के नियमों का पालन कर सकें।
प्रो. गौरांग मिश्रा ने नई शिक्षा नीति (NEP) और फर्स्ट ईयर ओरिएंटेशन प्रोग्राम (FYOP) के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने समझाया कि कैसे यह नई प्रणाली छात्रों को बहुविषयक और शोध-आधारित शिक्षा की ओर प्रेरित कर रही है। इसके अलावा, प्रो. अमित अग्रवाल ने कक्षाओं की संरचना, टाइम टेबल और पाठ्यक्रम निर्धारण प्रक्रिया की जानकारी दी।
प्राचार्य का प्रेरणादायक संदेश: सिर्फ़ श्रोता नहीं, संवादशील ज्ञानार्थी बनें

कार्यक्रम के अध्यक्ष, प्राचार्य प्रोफेसर सी.के. गौतम ने छात्रों को एक प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज के छात्रों को सिर्फ़ निर्देशों का पालन करने वाला नहीं, बल्कि संवादशील, वैज्ञानिक सोच वाला और आत्मप्रेरित ज्ञानार्थी बनना चाहिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आधुनिक शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण और व्यवहारिकता का समावेश होना ज़रूरी है।
उन्होंने छात्रों से पुस्तकालयों, प्रयोगशालाओं और डिजिटल संसाधनों का भरपूर उपयोग करने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं का विषय नहीं है, बल्कि इसका उपयोग खाद्य सुरक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी होता है।
उन्होंने छात्रों को जिज्ञासु और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी, ताकि वे कॉलेज की अनुसंधानपरक और नैतिक परंपराओं का पालन कर सकें।
शिक्षक और छात्रों के बीच हुई बातचीत
कार्यक्रम में उप प्राचार्य प्रो. पी.वी. झा, प्रो. भूपाल सिंह, प्रो. भूपेंद्र कुमार चिकारा, प्रो. शशिकांत पांडेय, डॉ. गौरव कौशिक सहित कई वरिष्ठ शिक्षकगण मौजूद थे।
कार्यक्रम के अंत में एक प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जहाँ छात्रों ने शैक्षणिक, प्रशासनिक और करियर से जुड़े सवाल पूछे। शिक्षकों ने सभी प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर दिए, जिससे छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ा और उन्हें सही मार्गदर्शन मिला।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिससे पूरे हॉल में अनुशासन और देशभक्ति का माहौल बन गया।