आगरा। सीएम पोर्टल और ऑनलाइन स्तर पर कई प्रकरण लंबित और डिफाल्टर मिलने पर मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी लंबित व असंतुष्ट फीडबैक वाले सन्दर्भ का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं। साथ चेतावनी दी यदि अगले माह तक सुधार नहीं हुआ तो जिम्मेदार अधिकारियों का वेतन रोक दिया जाएगा।

मंडलायुक्त सभागार में आज मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में आईजीआरएस के मण्डलीय प्रभारी व अपर आयुक्त ने अवगत कराया गया कि आईजीआरएस में आगरा की 15, फिरोजाबाद की 29, मथुरा की 59 और मैनपुरी की 7 रैंक है। असंतोषजनक फीडबैक स्थिति की समीक्षा में देखा गया कि विभागीय व अधिकारी स्तर पर बड़ी संख्या में ऐसे सन्दर्भ हैं, जिनमें शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं हैं। वहीं कई अधिकारियों ने असंतोषजनक फीडबैक पर कोई एक्शन नहीं लिया है।

इस पर मंडलायुक्त ने स्पष्ट रूप से कहा कि अधिकारी मौके पर जाएं और शिकायतकर्ता से बात कर शिकायतों का निस्तारण करें। फोन पर उचित फीडबैक लिया जाए। अगर नकारात्मक फीडबैक मिलता है तो शिकायतकर्ता को संतुष्ट करने का प्रयास किया जाए। फीडबैक को लिखा जाए। सभी को चेतावनी दी कि अगर अगले माह भी खराब स्थिति रही तो संबंधित विभाग/अधिकारियों का वेतन रोका जाएगा। प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी।

कार्यशैली में सुधार नहीं लाने पर संबंधित की लापरवाही से शासन को अवगत कराया जाएगा।बैठक में कर वसूली की भी समीक्षा की गयी। मंडलायुक्त ने कहा कि विगत माह में ओवरऑल कर वूसली में आगरा की प्रगति अच्छी नहीं रही,

जबकि फिरोजाबाद की प्रगति अच्छी रही है। उन्होंने आगरा के जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के साथ बैठकर कर वसूली की समीक्षा करें। जिन मदों में कर वसूली बेहद कम हुई है, उन सभी में मासिक लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अच्छी वसूली के प्रयास किए जाएं और आगरा की रैकिंग में सुधार लाया जाए।