
आगरा जिले में मोहर्रम पर आज विभिन्न क्षेत्रों से ताजिये के जुलूस निकाले गए और उन्हें करबला ले जाकर दफ़नाया गया। शहरी के अलावा छोटे कस्बों में भी जुलूस निकाले गए। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर तिराहे-चौराहों पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहा।
मोहर्रम के चलते शहर में रूट डावयर्जन व्यवस्था भी लागू की गई। जुलूस की वजह से कई स्थानों पर जाम के हालात बन गए।नगर निगम के वार्ड 96 क्षेत्र में कटरा दवकैयान (पाय चौकी) पर फूलों वाले ताजिया पर तीन दिनों तक जियारत (पूजा) करने व सभी धर्मों के हजारों श्रद्धालुओं द्वारा मन्नतें मांगने के उपरांत परम्परागत रूप से हजारों लोगों के साथ ताजिया को दफन हेतु अबू उल्लाह दरगाह स्थित करबला कब्रिस्तान ले जाया गया।

इसके बाद वजीरपुरा, मंटोला, ढोलीखार, शाहगंज, लोहामंडी, न्यू आगरा, कमलानगर, शहीद नगर सहित शहर के अन्य क्षेत्रों से छोटे-छोटे जुलूस निकाले गए। शाम तक जुलूसों के निकलने का सिलसिला चलता रहा। शहरभर में छोटे-बड़े मिलाकर करीब 5 हजार ताजिए निकाले गए। सबसे लास्ट में शहर का सबसे बड़ा फूलों वाला ताजिया इमामबाड़ा से पहुंचा। जहां हजारों की संख्या में जुलूस में लोगों ने मातम बनाया और गमगीन माहौल में ताजिये सुपुर्द-ए-खाए हुए।
अबुल उल्लाह कर्बला पर जगह-जगह शरबत की स्टॉल लगाई गई। पुलिस ने मोहर्रम को लेकर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की थी। पुलिस की सख्ती के चलते जुलूस में तलवारबाजी नहीं हुई। वहीं निर्धारित रूट से ही जुलूस निकाले गए। पुलिस ने मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी रखी। शहर के विभिन्न इलाकों से जुलूस के दौरान जाम के हालात बने रहे। लोगों को अन्य रास्तों से होकर निकलना पड़ा।