आगरा। प्रदेश सरकार द्वारा कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद कर उनका अन्य विद्यालय में विलय करने के विरोध में आज कांग्रेस ने जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की।

प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार के 5 हजार प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को बंद किए जाने के निर्णय का विरोध किया। उन्होंने बाद में जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम ज्ञापन दिया और प्रदेश सरकार के इस निर्णय को जन विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की।

कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अमित सिंह और जिलाध्यक्ष रामनाथ सिकरवार ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और कहा की प्रदेश सरकार का 5 हजार स्कूल बंद करने का निर्णय गलत है। योगी सरकार युवाओं, छात्रों और बेरोजगारों के प्रति उदासीन है। सरकार का निर्णय छात्र और रोजगार के विरोध में है।

उन्होंने कहा कि सरकार के निर्णय का दुष्परिणाम दूर से आने वाले गांव के बच्चों पर पड़ेगा।शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि स्कूल बंद होने से बच्चों को दूसरे गांव में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ेगा। इन स्कूलों की व्यवस्था में लगे लोगों का रोजगार छिन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में यह पहली सरकार है, जो लोगों का रोजगार छीन रही है। स्कूलों को खोलने की जगह बंद कर रही है।

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रामनाथ सिकरवार ने कहा की जितने भी मंत्रियों के बेटे बड़े कॉलेजों में पढ़ रहे हैं, उन्हें निकलवाया जाएगा। इसके लिए कांग्रेस आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा लोग आज आतंकवाद से ज्यादा जातंकवाद से मर रहे है। सरकार को स्कूल बंद करने के स्थान पर वहां शिक्षा के स्तर को बेहतर करना चाहिए। ताकि बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ने पहुंचे।