
आगरा नगर निगम ने लिया सख्त फैसला, विकास कार्यों में देरी बर्दाश्त नहीं
आगरा। शहर में विकास कार्यों को गति देने के लिए आगरा नगर निगम प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब टेंडर स्वीकृत होने के 24 घंटे के भीतर काम शुरू नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और उनके टेंडर भी रद्द कर दिए जाएंगे। यह कदम ठेकेदारों की लापरवाही और काम में देरी की बढ़ती शिकायतों के बाद उठाया गया है।
कई पार्षदों ने मंगलवार को नगर निगम पहुंचकर ठेकेदारों की मनमानी की शिकायत की थी। वार्ड-79 के पार्षद सोहेल कुरैशी और वार्ड-65 के पार्षद कप्तान सिंह ने बताया कि उनके इलाकों में टेंडर पास होने के बावजूद ठेकेदार काम शुरू करने में आनाकानी कर रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
पार्षद सोहेल कुरैशी ने शिकायत करते हुए बताया कि उनके क्षेत्र, जटपुरा की गली कारवान में 8.50 लाख रुपये की लागत से इंटरलॉकिंग सड़क का टेंडर स्वीकृत हो चुका है। टेंडर की स्वीकृति के बाद ठेकेदार को इसकी सूचना भी दे दी गई थी, लेकिन उसने अभी तक काम शुरू नहीं किया है।
इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए, मुख्य अभियंता (सिविल) बीएल गुप्ता ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि ठेकेदारों की लापरवाही से आम जनता को परेशानी होती है, तो उन्हें दंडित किया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि शहर के विकास कार्यों को समय पर पूरा करना हमारी प्राथमिकता है और जो भी इसमें बाधा डालेगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।