आगरा कॉलेज: बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने किया इको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमा प्रतियोगिता का सफल आयोजन

आगरा कॉलेज के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने आज, सामाजिक वन विभाग और पारिजात एनजीओ के साथ मिलकर एक खास इको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमा निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसका उद्देश्य बढ़ते जल प्रदूषण को रोकना और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना था।

छात्रों ने बनाई बीज वाली गणेश प्रतिमाएं, विसर्जन के बाद उगेंगे पौधे

इस अनूठी प्रतियोगिता में छात्रों ने मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाओं के अंदर पौधों के बीज डाले। इसका मतलब है कि जब इन प्रतिमाओं का विसर्जन होगा, तो पानी में घुलने के बाद ये मिट्टी और बीज मिलकर नए पौधों को जन्म देंगे। यह पहल रासायनिक रंगों और प्लास्टर से बनी प्रतिमाओं से होने वाले नुकसान को कम करने का एक बेहतरीन तरीका है।

कॉलेज के उप-प्राचार्य डॉ. पी. बी. झा ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे “सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम” बताया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. अनुराधा चौहान, जो पारिजात एनजीओ की अध्यक्ष हैं, ने भी इस प्रयास की खूब तारीफ की।

विजेताओं को मिला सम्मान

प्रतियोगिता में श्रुति कुमारी और मयंक वर्मा (बी.एससी. बायोटेक प्रथम वर्ष) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रदीप कुशवाहा (बी.एससी. बायोटेक प्रथम वर्ष) दूसरे स्थान पर रहे, जबकि वैष्णवी भदौरिया (बी.एससी. बायोटेक तृतीय वर्ष) ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसके अलावा, ज्योति चावला (बी.एससी. बायोटेक द्वितीय वर्ष) को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

सभी प्रतिभागियों को उनके प्रयासों के लिए प्रमाण पत्र दिए गए। इस सफल आयोजन में विभाग के प्रभारी डॉ. ए. के. उपाध्याय, विभागाध्यक्ष डॉ. संध्या अग्रवाल और अन्य संकाय सदस्यों का विशेष योगदान रहा।